Breakup Shayari in Hindi 2020 | ब्रेकअप के बाद शायरी ! Sad Shayari
Breakup shayari - अक्सर इस दुनिया में जो इश्क करते हैं वही रोते हैं और जो कहते हैं कि तुम्हें छोड़कर कभी नहीं जाएंगे वही हमें छोड़ कर चले जाते हैं। उस वक्त हम ना तो ठीक से मुस्कुरा पाते हैं और ना ही ठीक से रो पाते हैं। दिल में कितना दर्द होता है वह किसी को दिखाया नहीं जाता। उस वक्त हमें यह पता चलता है कि किसी के भी साथ वफा करने के बाद उस व्यक्ति से वफा की उम्मीद कभी नहीं रखनी चाहिए।
फिर हम अपनी खुद की गलती निकालने लगते हैं कि प्यार तो हमने किया था उसमें उनका क्या कसूर और अपने गम को छुपाने के लिए सैड स्टेटस, ब्रेकअप शायरी, sad shayari Hindi और दर्द भरी शायरी जैसी अलग-अलग शायरीया पढ़ना पसंद करते हैं इसीलिए हम आपके लिए दर्द भरी शायरी का संग्रहा लेकर आए हैं। हम आशा करते हैं कि आपको यह सैड शायरी और स्टेटस का कलेक्शन बहुत पसंद आएगा।
Shayari on Breakup in Hindi with photos
हर किसी के नसीब में कहा लिखी है
चाहतें, कुछ लोग तो आते है इस दुनिया
में सिर्फ तन्हाइयो के लिए।
वक्त कम था बात अधूरी रह गयी,
अच्छे लोगो से मुलाकात अधूरी रह
गयी, उसके जाने के बाद हम रोये बहुत,
कौन कहता है बरसात अधूरी रह गयी।
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी,
कि तुझे अलविदा भी ना कह सका,
तेरी सादगी में इतना फरेब था,
कि तुझे बेवफा भी ना कह सका।
सोचा था कि मिटाकर सारी
निशानी तेरी चैन से सो जायेंगे,
बंद आँखो ने अक्स देखा तेरा
तो बेचैन दिल ने पुकारा तुझको ।
अरे पगली किराए का घर समझकर ही
मेरे दिल मेँ बस जाओ मैँ समझूँगा कि
मेरे दिल का मकान मालिक रहने आया है।
मत ज़िकर कीजिये मेरी अदा के बारे में
मैं बहुत कुछ जानता हूँ वफ़ा के बारे में
सुना है वो भी मोहब्बत का शोक़ रखते हैं
जो जानते ही नहीं वफ़ा के बारे में।
चलो हम गलत थे ये मान लेते
है ऐ जिंदगी, पर एक बात बता क्या
वो शख्स सही था जो बदल गया
इतना करीब आने के बाद।
लोग पूछते हैं क्यूँ सुर्ख हैं तुम्हारी आँखे,
हंस के कह देता हूँ रात सो ना सका,
लाख चाहूं मगर ये कह ना सकूँ,
रात रोने की हसरत थी,रो ना सका।
फूल सबनम में डूब जाते है,
झख्म मरहम में डूब जाते है
जब आते है खत तेरे,
हम तेरे गम में डूब जाते है।
बड़े शौक से बनाया तुमने
मेरे दिल मे अपना घर,
जब रहने की बारी आई तो
तुमने ठिकाना बदल दिय।
बेहद हदें पार की थी
हमने कभी किसी के लिए,
आज उसी ने सिखा दिया
हद में रहना।
तेरी बेरुखी को भी रुतबा दिया
हमने, तेरे प्यार का हर क़र्ज़ अदा
किया हमने, मत सोच के हम भूल
गए है तुझे, आज भी खुदा से पहले
याद किया है तुझे।
कुछ और नहीं बस जीने का हुनर दे दे,
तेरे वगैर अब हमसे जिया नहीं जायेगा।
हर भूल तेरी माफ़ की
हर खता को तेरी भुला दिया
गम है कि,मेरे प्यार का तूने
बेवफा बनके सिला दिया।
हर शाम को ढलता सूरज याद
दिलाता है, आज और एक दिन हो
गया उसे बेवफा हुए।
आकाश मे डूबा एक प्यारा तारा हे,
हमको तो किसी की बेवफ़ाई ने
मारा हे, हम उनसे अब भी मोहब्बत
करते हे, जिसने हमे मौत से भी
पहेले मारा हे।
जो इश्क करते है वही रोते है,
जो कहते है मुझे मत छोड़ना
अक्सर वही छोड़ देते है।
आज तक है उसके लौट आने की
उम्मीद, आज तक ठहरी है ज़िंदगी
अपनी जगह, लाख ये चाहा कि उसे
भूल जाये पर, हौंसले अपनी जगह
बेबसी अपनी जगह।
बिन बात के ही रूठने की
आदत है,किसी अपने का साथ
पाने की चाहत है, आप खुश रहें
मेरा क्या है! मैं तो आइना हूँ,
मुझे तो टूटने की आदत है।
कदम यूँ ही डगमगा गए रास्ते में
वैसे संभालना हम भी जानते थे
ठोकर भी लगी तो उसी पत्थर से
जिसे हम अपना मानते थे।
उसके चेहरे पर इस कदर नूर था,
कि उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था,
बेवफ़ा भी नहीं कह सकते उसको फराज़,
प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था।
न जाने किस के रंग में रंगी
होगी वो आज,
दिल यही सोच के
जल जाता है।
वो मरने की बात छेड़ दे
और आँखों से आँसू छलक जाये,
इतनी मोहब्बत थी उससे।
तुम्हें ये कौन समझाये
तुम्हें ये कौन बतलाये,
बहुत खामोश रहने से
ताल्लुक टूट जाते हैं।
खुदा हमारी तरह आपको तन्हाई
ना दे, हम जी लेंगे तनहा मगर आपको
जुदाई ना दे, हमारी निगाहों में बसी रहे
आपकी सूरत आपको भले हम दिखाई ना दें।
मुझे मौत का भय नहीं है,
मैं तो बस उस वक़्त वहां होना
नहीं चाहता।
मेरे घर से मयखाना इतना
करीब ना था दोस्त,
कुछ लोग दूर हुए तो
मयखाना करीब आ गया।
इंतजार किया हमने बहुत देर
लेकिन आप कही दिखे नही,
जब थक गई निगाहे मेरी तो
कदम कही टिके नही।।
सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं
उनको, किसी और का नाम लेकर
जलाऊं उनको,पर चोट लगेगी उनको
तो दर्द मुझको ही होगा,अब ये बताओ
किस तरह सताऊं उनको।
जो कभी मेरी उदासी की
वजह पूछा करता था अब
उसको मेरे रोने से भी फर्क
नहीं पढ़ता।
चाँद का क्या कसूर अगर रात
बेवफा निकली,कुछ पल ठही और
फिर चल निकली, उन से क्या कहे
वो तो सच्चे थे,शायद हमारी तकदीर
ही हमसे खफा निकली।
तुम आए ज़िंदगी मे कहानी बन कर,
तुम आए ज़िंदगी मे रात की चाँदनी
बन कर, बसा लेते है जिन्हे हम आँखो मे,
वो अक्सर निकल जाते है आँखो से पानी
बन कर।
मुझे तू अपना बना या न बना तेरी खुशी
तू ज़माने में मेरे नाम से बदनाम तो है।
एहसास बहुत होगा जब छोड़ के जायेंगे,
रोयेंगे बहुत मगर आँसू नहीं आयेंगे,
जब साथ ना दे कोई तो आवाज़ हमे देना,
आसमान पर भी होंगे तो लौट आयेंगे।
खफा रहने का शोक भी पूरा
कर लो तुम, लगता है तुम्हे हम
ज़िंदा अच्छे नहीं लगते।
इतनी शिकायतें, इतनी शर्तें,
इतनी पाबंदियाँ तुमने मोहब्बत की
है या सौदा।
ना मुस्कुराने को जी चाहता है,
ना आंसू बहाने को जी चाहता है,
लिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद में,
बस तेरे पास लौट आने को जी चाहता है।
इस कदर हम यार को मनाने निकले,
उसकी चाहत के हम दीवाने निकले,
जब भी उसे दिल का हाल बताना चाहा,
तो उसके होठों से वक़्त ना होने के
बहाने निकले।
कब उनकी पलकों से इज़हार होगा,
दिल के किसी कोने में हमारे लिए
प्यार होगा,गुज़र रही है रात उनकी
यादो में, कभी उनको भी हमारा
इंतज़ार होगा।
रोज़ सोचता हु भूल जाऊँ तुझे,
फिर रोज़ ये बात भूल जाता हूँ।
एक ही चौखट पे सर झुके,
तो सुकून मिलता है,
भटक जाते हैं वो लोग,
जिनके हजारों खुदा होते है।
हर दर से ठोकर खाने के बाद,
तेरे दर पे हम फरियाद करते है,
ये खुदा तू उन्हें मिला दे,
जो जहाँ में सच्चा प्यार करते है।
अब लाख बहारे आये तो क्या,
फूल ने महकना छोड़ दिया,
जिस दिन तुमसे हुआ जुदा,
उस दिन से दिल ने धड़कना
छोड़ दिया।
तुम कभी रोड की तरकीब बता
देना मनाने की मैं जिंदगी गिरवी
रख दूंगा तुम कीमत बता देना
मुस्कुराने की।
औक़ात नही थी जमाने में जो मेरी
कीमत लगा सके,कबख़्त इश्क में
क्या गिरे, मुफ़्त में नीलाम हो गए।
तुम ऐतबार की बात करते हो,
हमने तो तुम्हारे इंतज़ार से भी
प्यार किया है।
लब्ज़ों के हाथ ना पाँव,
फिर भी वों करते हैं गहरे घाव।
फूल शबनम में डूब जाते है
झख्म मरहम में डूब जाते है
जब आते है खत तेरे
हम तेरे गम में डूब जाते है।
दिल को आता है जब भी
ख़याल उनका,तस्वीर से पूछते हैं
फिर हाल उनका,वो कभी हमसे
पुछा करते थे जुदाई क्या है,
आज समझ आया है सवाल उनका।
निकलते है तेरे आशिया के आगे से,
सोचते है की तेरा दीदार हो जायेगा,
खिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा
साया तो नजर आएगा।
मुस्करा कर देखो तो सारा जहा
रंगीन है वर्ना भीगी पलको से तो
आईना भी धुधंला नजर आता है।
तुम्हारा दबदबा ख़ाली तुम्हारी
ज़िंदगी तक है,
किसी की क़ब्र के अन्दर
ज़मींदारी नही चलती।
आवारगी छोड़ दी हमने,
तो लोग भूलने लगे हैं,
वरना शोहरत कदम चूमती थी
जब हम भी बदनाम हुआ करते थे।
कितना दर्द है दिल में दिखाया
नहीं जाता, गंभीर है किस्सा सुनाया
नहीं जाता, एक बार जी भर के देख लो
इस चहेरे को क्योंकि बार-बार कफ़न
उठाया नहीं जाता।
बनकर अज़नबी मिले थे कभी
facebook के सफ़र में,
इन यादों के लम्हों को
कभी न भूल पाएंगे।
ना पूछ मेरे सब्र की इन्तहा
कहाँ तक है,
तू सितम कर ले तेरी ताक़त
जहाँ तक है।
हम तो आशिक लोग है
हमारे हाथो में,
जख्म पहले लिखे जाते है
तकदीर बाद में।
टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता,
इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता,
ये बेवफा दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो
लिया होता, की टुटा हुआ दिल किसी के
काम नहीं आता।
हर मुलाकात पर वक्त का
तकाज़ा हुआ, हर याद पे दिल का
दर्द ताजा हुआ, सुनी थी सिर्फ हमने
गज़लों मे जुदाई की बातें,अब खुद पे
बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ।
बनाने वाले ने दिल काँच का
बनाया होता, तोड़ने वाले के हाथ मे
जखम तो आया होता, जब भी देखता
वो अपने हाथों को, उसे हमारा ख़याल
तो आया होता।
जब नफरत करते करते थक जाओ,
तब एक मौका प्यार को भी देना।
हम भूल जाये ऐसी दिल की हसरत कहाँ,
वो याद करे हमे इतनी उसे फुर्सत कहाँ,
जिनके चारो तरफ हो अपनों का साथ,
उन्हें हमारी जरुरत कहाँ।
उसने कहा भूल जाओ मुझे,
हमने कह दिया,कौन हो तुम ?
सुनी थी लोगों से जुदाई की बातें
उसने सदियों की जुदाई दी है
जी लेंगे तुम्हारी बिन।
उसकी आखरी मुलाकात के बाद
मेने सुभाह नहीं देखी।
वो खुश तो हैं पर शायद हम से नहीं,
वो नाराज तो हैं पर शायद हमसे नहीं,
कौन कहता हैं उनके लिए मेरे दिल में
मोहब्बत नहीं,इश्क़ हैं लेकिन शायद
हमसे नहीं।
हजारो गम है सीने मे मगर
शिकवा करें किससे,
इधर दिल है तो अपना है,
उधर तुम हो तो अपने हो।
जिंदगी देने वाले मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़
गये, जब पड़ी जरूरत हमें अपने
हमसफर की, वो जो साथ चलने वाले
रास्ता मोड़ गये।
इस बहते दर्द को मत रोको ये तो
सज़ा है किसी के इंतेज़ार की
लोग इन्हे आँसू कहे या दीवानगी पर
ये तो निशानी हैं किसी के प्यार की।
मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला,
हम खोजते रहे मगर ठिकाना न मिला,
लो आज फिर चली गई जिंदगी नजरो
के सामने से और उसे कोई रुकने का
बहाना न मिला।
आखिर क्यों हो जाती है,
मोहब्बत उन्ही से
जिन्हे हम चाह कर भी,
कभी पा नहीं सकते।
खर्च करता हु सांसों की
रकम तेरी यादों पर,
लोग महेंगी कहते है पर मुझे
सस्ती लगती है।
रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की
सज़ा है, हँसते हैं तो आँखों से निकल
आते हैं आँसू, ये उस शख्स से दिल
लगाने की सज़ा है।
काश तुम सपने मे आकर ही कहो,
लो आज सारा वक्त तुम्हारा है,
कर लो शिकायते,जी लो सारे लम्हे,
जो हमने अलग-अलग गुजारे हैं।
Best sad shayari on love in Hindi
अधूरी ख्वाइस पूरी हो जाए
मुझे याद करना उनकी मज़बूरी
हो जाए, ऐ खुदा कुछ ऐसी तकदीर
बना दे मेरी, की उनकी हर ख़ुशी हमारे
बिना अधूरी हो जाए।
दूर तो तुम हो ही कुछ और दूर सही,
पास होके भी पास मे नही,
याद करता है तुम्हे ये दिल बार बार,
याद रखना हम यु भूल ना जाना कही।
ज़िन्दगी तुझ से एक सबक
सीखा है मैंने,
वफ़ा सब से करो,वफ़ा की उम्मीद
किसी से न करो।
रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके सच होने
का इंतेज़ार होता है।
दिल तो सबकुछ सह कर भी चुप रहा
कमबख्त, आँखो ने बयाँ कर दिया रात
किस दर्द से गुजरी है।
यादों की किम्मत वो क्या जाने
जो ख़ुद यादों को मिटा दिए करते हैं,
यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो,
यादों के सहारे जिया करते हैं।
मंजिल भी उसकी थी,रास्ता भी उसका था,एक मैं ही अकेला था,बाकि सारा काफिला भी उसका था,एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी,और बाद में रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था।
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी,
वरना हमको कहां तुम से शिकायत होगी,
ये तो बेवफ़ा लोगों की दुनिया है,
तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी।
रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके सच होने
का इंतेज़ार होता है।
दिल तो सबकुछ सह कर भी चुप रहा
कमबख्त, आँखो ने बयाँ कर दिया रात
किस दर्द से गुजरी है।
यादों की किम्मत वो क्या जाने
जो ख़ुद यादों को मिटा दिए करते हैं,
यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो,
यादों के सहारे जिया करते हैं।
मंजिल भी उसकी थी,रास्ता भी उसका था,एक मैं ही अकेला था,बाकि सारा काफिला भी उसका था,एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी,और बाद में रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था।
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी,
वरना हमको कहां तुम से शिकायत होगी,
ये तो बेवफ़ा लोगों की दुनिया है,
तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी।
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