Sad Shayari on Love in Hindi 2020 | Heart Broken सैड शायरी हिंदी
Sad shayari - जब भी हम किसी के प्यार में होते हैं और उसके साथ होते हैं तो हमें बहुत खुशी होती है लेकिन उस खुशी से भी ज्यादा दुख तब होता है जब हम उनसे जुदा होते हैं। जब भी प्रेमी या प्रेमिका के साथ हमारा ब्रेकअप होता है तब दिल की दुनिया इस तरह उजड़ती है कि हम क्या करें और क्या ना करें कुछ पता ही नहीं चलता।
उस वक्त हम बहुत ही निराश हो जाते हैं और हमें यह पता चलता है कि भरोसा जीतना कीमती होता है दर्द उतना ही महंगा होता है। इस दर्द भरे समय में हम अपना मूड ठीक करने के लिए इंटरनेट पर अलग-अलग तरह की चीजें सर्च करते हैं जैसे की Hindi sad shayari और सेड स्टेटस। इसीलिए आज हम आपके लिए इस पोस्ट में सेड शायरी का संग्रह लेकर आए हैं जिसे आप अपने व्हाट्सएप स्टेटस में या फेसबुक पोस्ट में डालकर अपने दर्द को कम कर सकते हैं।
Best sad shayari in Hindi with image
अब इश्क भी करो तो ज़ात पूछकर
करना यारो मज़हबी झगड़ो में मोहब्बत
हार जाती है।
ताज्जुब है तेरी गहरी मुहब्बत पर,
तू हमारी रूह में और हम तेरे वहम
ओर गुमान में भी नही।
इतनी हिम्मत तो नहीं किसी को
हाल –ये –दिल सुना सके,बस जिसके
लिये उदास है बो महसूस करे तो काफी है।
तन्हाई का उने मंज़र नहीं देखा,
अफ़सोस की मेरे दिल के अन्दर
नहीं देखा,दिल टूटने का दर्द वो
क्या जाने,वो लम्हा उसने कभी
जी कर नहीं देखा।
ख्वाब हमारे टूटे तो हालात कुछ ऐसे थे,
आँखे पल पल रोती थीं,
किस्मत हँसती रहती थी।
कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके,
तुने माँगा भी तो अपनी जुदाई मांगी,
और हम थे की इंकार न कर सके।
गुजारिश हमारी वह मान न सके,
मज़बूरी हमारी वह जान न सके,
कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी जो हमें पहचान न सके।
नीलाम कुछ इस कदर हुए,
बाज़ार-ए-वफ़ा में हम आज,
बोली लगाने वाले भी वो ही थे,
जो कभी झोली फैला कर माँगा करते थे।
भरोसा जितना कीमती होता है
धोखा उतना ही महँगा हो जाता है।
इश्क हार नही मानता दिल बात नही मानता।
ना सोचा था जिनके लिए हम मर मिटे,
एक दिन वही हमसे दूर हो जाएँगे,
जीने की तमन्ना तो हम भी रखते थे,
अब तेरे बिना कैसे जी पाएंगे।
प्यार की भाषा उस शख्स को
कैसे समझाऊँ नफरत की आग लगी है
उसके सीने में,इन आँसूओ से कैसे बुझाऊँ।
वाह रे ख़ुदा ये कैसी तेरी खुदायी है
जो सच्चा प्यार किया है
उसी के साथ लड़ाई है।
मुझे यकीन है मोहब्बत
उसी को कहते हैं,
कि जख्म ताज़ा रहे और
निशान चला जाये।
संगीत सुनकर ज्ञान नहीं मिलता
मंदिर जा कर भगवान नहीं मिलता
पत्थर तो इसलिए पूजते हैं लोग
क्यूँ कि विश्वास के लायक इंसान
नहीं मिलता।
बहुत अंदर तक तबाही मचाता है,
वो आँसू जो आँख से बह नहीं पाता।
चलो अब जाने भी दो क्या करोगे
दास्तां सुनकर ख़ामोशी तुम समझोगे
नही और बयां हमसे होगा नही।
उतरा था चाँद हमारे आँगन में भी,
पर वो सितारों को गबारा नही था,
हम तो सितारों से भी बगाबत कर लेते,
पर वो चाँद ही हमारा नही था।
पतझड़ में पत्ते गिरते हैं
उठाता और कोई नहीं,
पतझड़ में पत्ते गिरते हैं
उठाता और कोई नहीं,
प्यार तो सब करते हैं
निभाता और कोई नहीं।
एक बार भी नहीं रोका उसने मुझे,
शायद उसे मेरे चले जाने का इंतजार था।
जिंदगी की आधी शिकायतें यूँ ही
दूर हो जायें अगर लोग लोग एक दुसरे के
बारे में बोलने की बजाये एक दूसरे से
बोलना सीख जाएँ।
तेरी मोहब्बत को कभी खेल नहीं समझा,
वरना खेल तो इतने खेले है मैंने कि कभी
भी हारा नहीं।
रुला कर उसने कहा अब मुस्कुराओ और
हम भी मुस्कुरा दिए क्यूंकि सवाल हंसी का
नहीं उसकी ख़ुशी का था।
जब से देखा है तेरी आँखों मे झाक कर
कोई भी आईना अच्छा नहीं लगता,
तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए हैं दीवानें तुम्हें
कोई और देखें अच्छा नहीं लगता।
तुम कभी खुद को गलत ना समझना,
मैं भी अपनी मोहब्बत को मजाक कह दूँगा।
कुछ छुपाना पड़ता है दिल में हो लाख
गम फिर भी महफ़िल में मुस्कुराना
पड़ता है।
कौन किसे दिल में जगह देता है,
पेड़ भी अपने सूखे पत्ते गिरा देता है,
वाक़िफ़ हैं हम दुनिया के रिवाजों से,
जी भर जाए तो हर कोई भुला देता हैं।
रोज़ जले, फिर भी खाक न हुए,
अजीब है कुछ ख्वाब भी,
बुझ कर भी न राख हुए।
दिल की दुनिया कुछ इसतरह से
उजडी है दोस्तोँ कि उसने मोहब्बत का
आदी बना कर प्यार करना छोड दिया।
आँखें खुली हो तो चेहरा आपका हो,
आँखें बाँध हो तो सपना आपका हो,
हमे मौत का ना दर्र ना ख़ौफ्फ होगा,
अगर कफ़न की जगह दुपट्टा आपका हो।
नजर से दुर है दिल से दुर मत करना,
हम जैसे है वैसे ही कबूल करना,
हम मे लाख बुराइयाँ सही,
इन्ही बुराइयों के बहाने हमे याद जरूर करना।
तेरी हजार गलतियाँ माफ़ है,
लेकिन बेवफाई एक भी नहीं।
उनकी दुनिया में हम जैसे हजारो हैं
हम ही पागल है जो उसे पाकर
मगरूर हो गए।
इसे इत्तेफाक समझो या दर्दनाक हकीकत,
आँख जब भी नम हुई,
वजह कोई अपना ही निकला।
आज फिर तन्हा रातो मै इन्तेजार है
मुझे उस शख्स का,
जो कहा करता था तुमसे बात किए बिना
नीँद नही आती।
मोहब्बत का नतीजा,
दुनिया में हमने बुरा देखा,
जिन्हे दावा था वफ़ा का,
उन्हें भी हमने बेवफा देखा।
आज कल वो हमसे डिजिटल
नफरत करते हैं,
हमें ऑनलाइन देखते ही
ऑफलाइन हो जाते हैं।
आज़ाद कर दिया हे हमने भी
उस पंछी को जो हमारी दिल की
कैद में रहने को तौहीन समझता था।
अपनी तो ज़िन्दगी ही अजीब कहानी है
जिस चीज़ को चाहा वो ही बेगानी है
हँसते है तो सिर्फ दोस्तों को हसाने के लिए
वरना इन आँखों में में पानी ही पानी है।
एक तुम मिल जाते बस इतना काफ़ी था,
सारी दुनिया के तलबगार नहीं थे हम।
दिन हुआ है तो रात भी होगी,
हो मत उदास,कभी बात भी होगी,
इतने प्यार से दोस्ती की है,
जिन्दगी रही तो मुलाकात भी होगी।
आज लगता हैं सारा जाहा वीराना हमको
जैसे चमन में फूल खिल न बंद हो गए।
मोहब्बत होने में कुछ लम्हे लगते है
पूरी उम्र लग जाती है उसे भुलाने में।
वो तो दिवानी थी मुझे तन्हां छोड़ गई,
खुद न रुकी तो अपना साया छोड़ गई,
दुख न सही गम इस बात का है,
आंखो से करके वादा होंठो से तोड़ गई।
जलते हुए दिल को और मत जलाना
रोती हुई आँखों को और मत रुलाना
आपकी जुदाई में हम पहले ही मर
चुके हैं मरे हुए इंसान को और मत मारना।
इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद,
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख़यालों के बाद,
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी,
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद।
जब सजा दे ही चुके हो तो,
हाल न पूछना
हम अगर बे-गुनाह निकले तो,
तुम्हें अफ़सोस होगा।
दो शब्दो मे सिमटी है मेरी मोहब्बत
की दास्तान उसे टूट कर चाहा और
चाह कर टूट गये।
मुहब्बत में सच्चा यार न मिला,
दिल से चाहे हमें वो प्यार न मिला,
लूटा दिया उसके लिए सब कुछ मैने,
मुसीबत में मुझे मददग़ार न मिला।
बिन बात के ही रूठने की आदत है,
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,
आप खुश रहें, मेरा क्या है,
मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।
सिलसिला उल्फत का चलता
ही रह गया,दिल चाह में दिलबर के
मचलता ही रह गया,कुछ देर को जल के
शमां खामोश हो गई,परवाना मगर सदियों
तक जलता ही रह गया।
उसको बस इतना बता देना,
इतना आसान नहीं हैं तुम्हे भुला देना.
तेरी यादें भी तेरे जैसी ही हैं,
उन्हें आता है बस रुला देना।
उसकी मोहब्बत का सिलसिला भी क्या
अजीब सिलसिला था
अपना भी नहीं बनाया और
किसी का होने भी नहीं दिया।
होठों पे दुआ और आँखों में पानी है।
भुला कर तुझको मै संभल तो गया हूं,
लेकिन अंदर से अभी भी टूटा हुआ हूं,
मेरा मन तो खुश है तेरे जाने के बाद,
लेकिन दिल से अभी भी रूठा हुआ हूं।
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है,
ये कागज कलम ये गजल आख़िरी है,
मैं फिर ना मिलूँगा कहीं ढूंढ लेना,
तेरे दर्द का ये असर आख़िरी है।
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपने से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है।
नए किस्से लिखना मेरे दोस्तों अब मेरे बिना
अपनी महफ़िल सजाना सीख लो।
लोग तो अपना बना कर छोड़ देते हैं,
कितनी आसानी से गैरों से रिश्ता जोड़
लेते हैं,हम एक फूल तक ना तोड़ सके
कभी, कुछ लोग बेरहमी से दिल तोड़ देते हैं।
दिल को संभाल लिया है मैंने,
अब ये तुम्हें पाने की जिद नहीं करता।
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हो गए,
महसूस हुआ तब जब वो जुदा हो गए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो हमें,
पर बहुत कुछ दे गए जब बेवफ़ा हो गए।
वक़्त ने ज़रा सी करवट क्या ली
गैरो की लाइन में सबसे आगे पाया
अपनों को।
माना की आज हम अकेले रह गए
जुदाई के आंसू आंखो से बह गए
रोते हुए को कौन चुप कराएगा
जो चुप कराते थे वहीं रोने को कह गए।
जाता हूँ तेरे डर से
मुझको तुम भुला देना
हो सके तो ऐसा भी करना
बहुत दिनों तक इल्ज़ाम ना देना।
लोग मिला करते हे ज़िंदगी मे दिल को
दर्द देने के लिए, वो भी आए थे दिल की
कहानी सुनने के लिए, वो हवाओ की
तरह रुख़ बदलते रहे, हम तक़दीर से
लड़ते रहे जिनको पाने के लिए।
अगर बेवफाओं की अलग ही
दुनिया होती तो,मेरे वाली वहा की
रानी होती।
मत पूछो मेरे दिल का हाल
आपके दिल भी बिखर जाएँगे
इसलिए नही सुनाते अपने दिल का दर्द
किसी को,ये सुनके तो तन्हाई के भी
आँसू निकल जाएंगे।
ना सोचा था जिनके लिए हम मर मिटे,
एक दिन वही हमसे दूर हो जाएँगे,
जीने की तमन्ना तो हम भी रखते थे,
अब तेरे बिना कैसे जी पाएगे।
मत ज़िकर कीजिये मेरी अदा के बारे में,
मैं बहुत कुछ जानता हूँ वफ़ा के बारे में,
सुना है वो भी मोहब्बत का शोक़ रखते हैं,
जो जानते ही नहीं वफ़ा के बारे में।
गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया,
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया,
थक के जब सितारों से पनाह ली,
नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया।
निकलते है तेरे आशिया के आगे से,
सोचते है की तेरा दीदार हो जायेगा,
खिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा साया
तो नजर आएगा।
काश कोई इस तरह वाकिफ
हो मेरी ज़िन्दगी से
कि में रोऊँ और वो मेरे
आँसू पढ़ ले।
जला डालो जिसको जलाना है लो हमने
तो सरेआम दिल रख दिया है।
दिल के छालों को कोई शायरी कहे
तो परवाह नहीं
तकलीफ तो तब होती है
जब कोई वाह-वाह करता है।
मे तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती
मे जवाब बनता अगर तू सबाल होती
सब जानते है मैं नशा नही करता,
मगर में भी पी लेता अगर तू शराब होती।
ज़रा सी ज़िंदगी है,अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई,इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है,वो अनजान बहुत है।
बेशक खूबसूरत तो वो आज भी है,
लेकिन चेहरे पर वो मुस्कान नहीं जो
हम लाया करते थे।
Sad shayari in Hindi for love
दर्द होता है मगर शिकवा नहीं करते,कौन कहता है की हम वफा नही करते,
आखिर क्युँ नहीं बदलती तकदीर
आशिक की,क्या मुझको चाहने वाले
मेरे लिए दुआ नहीं करते।
क्या गलतियां की हमने कभी
नहीं बताया उन्होने,
बस प्यार घटता गया और
फांसले बढ़ते गए।
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है
दिल न चाह कर भी,खामोश रह जाता है
कोई सब कुछ कहकर,प्यार जताता है
कोई कुछ न कहकर भी,सब बोल जाता है।
जब खुदा ने इश्क बनाया होगा,
तब उसने भी इसे आजमाया होगा
हमारी औकात ही क्या है,
कमबख्त इश्क ने तो
खुदा को भी रुलाया होगा।
वो पूछते हैं इतने गम में भी खुश कैसे हो?
मैने कहा, प्यार साथ दे न दे, यार साथ हैं।
तेरी यादें अक्सर छेड़ जाया करती हैं
कभी आखों का पानी बनकर कभी हवा
का झोंका बनकर।
उन्हो ने अपने लबो से लगाया और छोड़ दिया,
वे बोले इतना जहर काफी है तेरी कतरा कतरा
मौत के लिए।
उल्फत में अक्सर ऐसा होता है,
आँखे हंसती हैं और दिल रोता है,
मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी,
हमसफर उनका कोई और होता है।
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